यदि आप पुणे में बच्चों के मनोरंजन की चीज़ें तलाश कर रहे हैं तो यहां विकल्पों की कोई कमी नहीं हैं। यहां कई ऐसी दिलचस्प गतिविधियां और स्थान हैं जो आपको अडवेंचर, मनोरंजन, संस्कृति से लेकर ऐतिहासिक चीज़ों से रूबरू कराते हैं। इसकी शुरुआत आप पुणे के टेम्पल पायलट से कर सकते हैं जहां आप अच्छा समय बिता सकते हैं, बड़े बच्चे पैराग्लाइडिंग के शुरुआती पाठ्यक्रमों में हिस्सा ले सकते है या डेला एडवेंचर के लिए आ सकते है इतना ही नहीं सभी आयु के लोग अपने मुताबिक एडवेंचर की व्यापक श्रंखला में से चयन कर सकते हैं। शहर से कुछ घंटे दूर स्थित मुल्शी घाट पर आप पहाड़ियों की श्रंखला और चिड़ियों को निहार सकते है। पूरा दिन आप केलकर संग्रहालय में संग्रहित हज़ारों प्राचीन वस्तुओं को देख सकते है। पुणे की इस यात्रा में बच्चे हर चीज़ से प्यार करेगें।

एबीसी चीज़ (पनीर) फार्म
पुणे में इकलौता पनीर फार्म, एबीसी जो प्रत्येक वर्ष पनीर की 70 किस्मों का उत्पादन करता है। सन् 1976 में इसकी स्थापना तीन परिवारों अगास, भाथेनस और चिंनोयस द्वारा की गई थी। आज भी यह पनीर फार्म चिनोय परिवार द्वारा चलाया जाता है इसके अलावा आप कॉफी और क्रेनबेरी का भी आनंद उठा सकते है। एबीसी फार्म की यात्रा जरूर करे और यहां पनीर की ढेर सारी किस्मों का स्वाद चखने के बाद आपको जो पसंद आएं आप खरीद सकते हैं। ये यात्रा देश के अंदर किसी यूरोपीय अनुभव से कम नहीं है। ऐसे स्थान पर बच्चों को काफी आनंद आता है।

टेम्पल पायलट
यदि आपको पुणे के आसमान में उड़ते हुए बैटमैन, शिवाजी और कुछ मजेदार जोकर दिख रहे हैं तो शायद आप यहां टेम्पल पायलट द्वारा आयोजित समर फेस्टिवल को देख रहे हैं। 14 साल पहले शुरू हुआ यह पैराग्लाइडिंग स्कूल कई गतिविधियां कराता है, जिसमें शुरुआती पाठ्यक्रमों से लेकर उड़ने की कार्यशाला शामिल है। आपको सिंगल उड़ान का मौका भी मिलता है। इस स्कूल का मुख्य प्रशिक्षक वायु सेना का पूर्व लड़ाकू पायलट हैं इसलिए सुरक्षा यहां कोई मुद्दा नहीं है।

राजा दिनकर केलकर म्यूज़ियम
म्यूजियम में ले जाना किसी भी बच्चे के लिए सबसे अच्छा समय बिताने का जरिया है। इस संग्रहालय में पूरे भारत से लाई गई चीजें रखी हैं जैसे संगीत वाद्ययंत्र, भारतीय चित्र मूर्तियां और लकड़ी से लेकर आभूषण, कठपुतलियां, लिखने के साधन और वस्त्रों तक लगभग 20,000 सामानों को संग्रहित किया गया है। केलकर संग्रहालय दैनिक भारतीय जीवन में इस्तेमाल होने वाली उपयोगी वस्तुओं का एक शानदार अड्डा है। संग्रहालय में सभी चीजों का संग्रह बाबा केलकर ने किया है।

मुल्शी डैम
सदाबहार वातावरण के बीच में स्थित एक अदभुत जगह मुल्शी डैम पुणे से कुछ ही घंटे दूर है। मॉनसून के दौरान इस क्षेत्र में जाना सबसे अच्छा होता है। उस वक्त यहां का नज़ारा हरियाली और सुंदरता से भरा होता है, वहीं धूप के दिनों में खुले आसमान और नीली झील का नज़ारा बेहद ही खूबसूरत होता है। यह डैम स्थानीय लोगों के लिए एक लोकप्रिय पिकनिक स्थल है और यहां ट्रेकिंग, पक्षियों को देखना और फोटो खींचने के मौके मिलते हैं।

रोल बॉल
रोल बॉल, शायद ही आपने इस खेल का नाम सुना होगा क्योंकि इस खेल का आविष्कार पुणे के खेल शिक्षकों द्वारा 2003 में किया गया था। आज इस खेल को भारतीय खेल प्राधिकरण और भारतीय ओलंपिक संघ खेल का दर्जा दे चुके हैं। तेजी से खेले जाने वाले इस खेल में ज्यादा ऊर्जा की जरूरत होती है। इस खेल में बास्केटबॉल, नेटबॉल, हैंडबॉल और रोलर स्केटिंग के नियमों को शामिल किया गया है। यह खेल देखने में काफी मजेदार और खेलने में काफी आसान होता है, शहर में बच्चों के साथ समय बिताने का एक मजेदार तरीका है।