हमारे देश में कई ऐसी जगह हैं, जिनके बारे में बहुत सी कही-सुनी कहानियां हैं. इन कहानियों की वजह से उन जगहों को इतिहास से जोड़कर देखा जाता है. कई लोगों के लिए ये जगहें खतरनाक है, तो कई लोगों को रोमांचक लगती है. ऐसी ही जगह है असीरगढ़ का किला. जिसे महाभारत से जोड़कर देखा जाता है. कई लोगों का मानना है कि श्रीकृष्ण के श्राप की वजह से अश्वत्थामा यहां युगों-युगों से भटक रहे हैं. आइए, जानते हैं क्या है यहां खास.

किले की खुदाई में निकले जेल और महल 

असीरगढ़ पर तीन महीने पहले खुदाई हुई थी. इसमें जेल निकली. जेल में लोहे की खिड़की, दरवाजे मिले हैं. इसमें चार बैरक बने हुए हैं. इसके अलावा पुरातत्व विभाग की खुदाई में एक रानी का महल भी निकला है. इस महल में अंडरग्राउंड 20 कमरे हैं. पूरा महल 100 बाय 100 में बना हुआ है. महल ईंटों की जुड़ाई से बना हुआ है. महल 20 फीट गहराई तक बना हुआ है. इसमें स्वीमिंग पूल है. पुरातत्व विभाग ने महल की सफाई करवाई है. अगर आपको रहस्य और रोमांच से भरी जगहों पर घूमने का शौक है, तो आप यहां घूमने जरूर आएं.

 कैसे पहुंचे 

असीरगढ़ किला बुरहानपुर से लगभग 20 किमी की दूरी पर उत्तर दिशा में सतपुड़ा पहाडिय़ों के शिखर पर समुद्र सतह से 750 फुट की ऊंचाई पर स्थित है. बुरहानपुर खंडवा से लगभग 80 किमी दूर है. यहां से बुरहारनपुर तक जाने के लिए ट्रेन, बसें व टैक्सी आसानी से मिल जाती हैं. यहां से सबसे नजदीकी एयरपोर्ट इंदौर है, जो करीब 180 किमी दूर है. बुरहानपुर मध्य प्रदेश के सभी बड़े शहरों से रेल मार्ग द्वारा जुड़ा है.

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