Jawaharlal Nehru
Jawaharlal Nehru

देश को अंग्रेजों की गुलामी से आजाद करने में अहम भूमिका निभाने वाले पंडित जवाहर लाल नेहरू का आज यानी 14 नवंबर को जन्‍मदिन है। उनका जन्‍म सन 1889 में हुआ था। उनके जन्‍मदिन को हम Children’s Day के रूप में मनाते हैं। नेहरू जी का जन्‍म इलाहाबाद में हुआ था। यहां के कई स्‍थानों पर उनका बचपन बीता तो किसी में उनके करियर की शुरुआत हुई। आइए आपको बताते हैं उन स्‍थानों के बारे में जो नेहरू के जीवन से जुड़े हैं…

आनंद भवन
आनंद भवन में नेहरू का बचपन बीता है। इसे नेहरू के प्राचीन निवास के तौर पर जाना जाता है। लेकिन अब ये देश-विदेश के पर्यटकों के लिए एक संग्रहालय के रूप में खोल दिया गया है। इस म्यूजियम में चाचा नेहरू, देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और स्वतंत्रता से जुड़े बहुत सी चीजों की झलक देखने को मिलती है। यहां लाइब्रेरी, रसोई घर, चाचा नेहरू का कमरा, ड्राइंगरूम, मीटिंग हॉल, गांधी जी का चरखा और एक डाइनिंग रूम भी शामिल है। इस डाइनिंग रूम की डाइनिंग टेबल इतना बड़ा है कि एक साथ बैठकर दर्जनों लोग खााना खा सकते हैं।

स्‍वराज भवन
स्‍वराज भवन भी आनंद भवन के बगल में है। नेहरू का जन्‍म इलाहाबाद के मीरगंज में हुआ था, लेकिन जब उनके पिता यह स्‍थान छोड़कर आनंद भवन आ गए तो उसके बगल में ही एक और भवन का निर्माण किया गया। इसे आज स्‍वराज भवन के नाम से जाना जाता है। आज इस भवन में शहर के बेसहारा बच्चों को रखा जाता है। जहां उन्हें शिक्षा के साथ खाना भी दिया जाता है। इसके साथ ही बाल भवन का निर्माण भी यहां किया गया है जिसमें हर छुट्टीयों में बच्चे अपने हुनर को निखारने यहां आते हैं। इस बाल भवन में डांस, गाने, गिटार, तबला, आर्ट और क्रॉफ्ट जैसे बहुत सारी एक्टिविटीस करवाई जाती है।

नेहरू तारामंडल
Children’s Day पर सबसे ज्‍यादा देखे जाने वाले स्‍थानों में से एक है इलाहाबाद का नेहरू तारामंडल। 1979 में बने नेहरू तारामंडल में बच्‍चों के साथ-साथ बड़ों को भी काफी मजा आता है। ऐस्‍ट्रॉनमी के क्षेत्र में शिक्षा को बढ़ावा देता है। तारों का इतिहास क्या है? इनकी उत्पत्ति कैसे होती है और यह कैसे विनष्ट होते हैं, अधिकांश लोगों को इसकी जानकारी आपको इस तारामंडल के शो में देखने को मिल जाएगी। तारामंडल में एक साथ 96 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। प्रतिदिन सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक कुल सात शो दिखाए जाते हैं।

इलाहाबाद हाईकोर्ट
आप सोच रहे होंगे कि चिल्‍ड्रेन्‍स डे पर इलाहाबाइ हाईकोर्ट देखने भला कौन जाएगा। तो हम आपको बता दें कि चिल्‍ड्रेन्‍स डे पर सर्वाधिक देखे जाने वाले स्‍थानों में से एक है इलाहाबाद हाईकोर्ट। नेहरू के साथ कई यादें जुड़ी होने के कारण यह स्‍थान देखने बहुत लोग आते हैं। नेहरू ने ऐडवोकेट के तौर पर पहली बार अपना नामांकन यहीं किया था। यहीं से वह इंडियन नैशनल कांग्रेस के साथ भी जुड़े थे। देश के सबसे प्रमुख हाईकोर्ट में से एक इलाहाबाद हाईकोर्ट में 160 जज बैठते हैं। यह संख्‍या देश भर के सभी हाईकोर्ट में सबसे ज्‍यादा है।