Solo Trip To Parashar Lake
Solo Trip To Parashar Lake

देवभूमि के नाम से प्रसिद्ध Himachal Pradesh न सिर्फ दुनियाभर के लोगों के बीच अपने खूबसूरत मंदिरों और आध्यात्मिक शांति के लिए मशहूर है बल्कि यहां की सीनिक ब्यूटी भी बड़ी तादाद में लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। पश्चिमी हिमालय में स्थित हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर हिल स्टेशन्स टूरिस्ट्स के बीच काफी फेमस हैं और यहां आने और घूमने-फिरने का एक्सपीरियंस लोगों के दिल-ओ-दिमाग में सालों तक बना रहता है। ऐसी ही एक जगह है हिमाचल प्रदेश का पराशर लेक।

मंडी से 50km दूर स्थित है पराशर लेक
Himachal Pradesh के फेमस टाउन मंडी से 50 किलोमीटर दूर और समुद्र तल से 8 हजार 956 फीट की ऊंचाई पर स्थित है पराशर लेक। इस लेक के बारे में ऐसी मान्यता है कि महर्षि पराशर ने यहीं पर बैठकर पूजा-पाठ और मेडिटेशन किया था। यह दुनिया के उन अजूबों में शामिल है जिसकी खूबसूरती हमेशा बरकरार रहती है। यह जगह शांति और सीनिक ब्यूटी का खजाना है। यहां से आपको पीर पंजाल, धौलाधार और किन्नौरी पर्वत श्रृंखलाओं को भी देखने का मौका मिलता है। लेक के पास ही एक 3 स्टोरी पगोडा मंदिर भी है जिसका निर्माण 13वीं सदी में हुआ था। अगर आप अडवेंचर पसंद हैं तो फिर चाहे आप दोस्तों के साथ जाएं या फिर अकेले सोलो ट्रिप पर पराशर लेक आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है।

कैसे पहुंचें
दिल्ली से मंडी की दूरी 422 किलोमीटर है। अगर आप सड़क मार्ग से सफर कर रहे हैं तो दिल्ली से मंडी के बीच कई बसें चलती हैं। आप चाहें तो अपनी गाड़ी से भी ड्राइव करते हुए दिल्ली से चंडीगढ़ के रास्ते मंडी पहुंच सकते हैं। सड़क मार्ग से यात्रा करने में 12 घंटे का वक्त लगता है। नजदीकी एयरपोर्ट भुन्तर है जो कुल्लू के पास स्थित है और नजदीकी रेलवे स्टेशन चंडीगढ़। आप अपनी सुविधा के अनुसार कोई भी मार्ग चुन सकते हैं।

मंडी पहुंचने के बाद आपको फिर एक बस लेनी होगी जो आपको बग्गी गांव तक ले जाएगी। यह वही जगह है जहां से Prashar lake तक जाने के लिए ट्रेकिंग की शुरुआत होती है। आप चाहें तो बस की जगह प्राइवेट टैक्सी लेकर भी मंडी से बग्गी पहुंच सकते हैं। बग्गी में आपको छोटी-छोटी दुकानें मिल जाएंगी जहां आप चाय-नाश्ता करने के बाद ट्रेकिंग की शुरुआत कर सकते हैं।

ट्रेकिंग
वैसे तो पराशर लेक तक की ट्रेकिंग बहुत ज्यादा मुश्किल नहीं है और बग्गी से Prashar lake तक ट्रेकिंग करते हुए पहुंचने में 4 से 5 घंटे का वक्त लगता है। रास्ते में कई गांव पड़ते हैं तो अगर कोई मुश्किल महसूस हो तो आप गांव वालों से लेक तक पहुंचने का रास्ता पूछ सकते हैं। आप चाहें तो Prashar lake के पास पहुंचकर वहां ठहर भी सकते हैं। आप चाहें तो खुले आसमान के नीचे टेंट भी रह सकते हैं या फिर लेक से कुछ ही दूरी पर फॉरेस्ट डिपार्टमेंट और पीडब्लूडी के 2 गेस्ट हाउसेज भी हैं जहां पर ठहरने के बारे में सोच सकते हैं।