Signature Bridge
Signature Bridge

सिग्नेचर ब्रिज को टूरिस्ट स्पॉट बनाने के प्रॉजेक्ट पर दिल्ली सरकार काफी तेजी से कार्य कर रही है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार की शाम इस ब्रिज का निरीक्षण किया और इसको टूरिस्ट पॉइंट बनाने की दिशा में चल रहे काम पर चर्चा भी की। दिल्ली सरकार चाहती है कि टूरिस्ट्स के लिए यहां पर तमाम सुविधाएं उपलब्ध हों।

पिछले साल नवंबर में सिग्नेचर ब्रिज शुरू किया गया और अब सेकंड फेज में यहां पर बेहतरीन टूरिस्ट स्पॉट बनाने का काम शुरू किया गया है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार की शाम को टूरिस्ट पॉइंट बनाने के काम का निरीक्षण किया। पिछले साल 4 नवंबर को सिग्नेचर ब्रिज का उद्‌घाटन किया गया था और अब सरकार चाहती है कि देश-विदेश के टूरिस्ट्स के लिए यहां पर तमाम तरह की फैसिलिटी हों।

सिसोदिया ने कहा कि हमारी प्राथमिकता सबसे पहले सिग्नेचर ब्रिज को शुरू करना था और यह ब्रिज शुरू होने का फायदा लोगों को मिल रहा है। ब्रिज शुरू होने की वजह से सड़क पर ट्रैफिक कम हो गया है। अब अगला कदम टूरिस्ट पॉइंट के लिए होगा। ब्रिज का मुआयना करते हुए उन्होंने कहा कि ब्रिज पर 130 मीटर की ऊंचाई पर जहां हम मौजूद हैं, यहां से 25 मीटर की ऊंचाई की मीनार तैयार की जा रही है। मीनार के चारों तरफ शीशा लगाया जा रहा है। यहां प्लैटफॉर्म बनाए जाएंगे। प्लैटफॉर्म पर लोग लिफ्ट से आएंगे और दिल्ली दर्शन के अलावा सूर्योदय और सूर्यास्त देख सकेंगे।

सिग्नेचर ब्रिज का दृश्य

इसे टूरिस्ट पॉइंट बनाने के ऐंगल पर बात करते हुए वह आगे कहते हैं, इस मीनार के भीतर खाने-पीने की व्यवस्था भी होगी। एक बार में लिफ्ट से 50 से 60 लोग ऊपर मीनार में रुक सकेंगे। इस प्रॉजेक्ट को अगले 2 महीने में खत्म किया जा सकेगा। सिसोदिया ने कहा कि इतनी ऊंचाई पर लोगों को लाने ले जाने के लिए सुरक्षा के सभी इंतजाम किए जा रहे हैं। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि सुरक्षा के हर पहलू को देखा जाए। सिग्नेचर ब्रिज पर टूरिस्ट फैसिलिटेशन सेंटर भी होगा और लोगों को सिग्नेचर ब्रिज के बारे में गाइड किया जाएगा। ब्रिज के पॉयलान और केबल पर ब्रिज के बारे में जानकारी लिखी जाएगी। इसके अलावा ब्रिज के एंट्री और एग्जिट गेट पर सेफ पैसेज के सभी जरूरी इंतजाम भी किए जाएंगे।

आपको बता दें कि सिग्नेचर ब्रिज एक कैंटिलीवर स्पर केबल स्टे ब्रिज है, जो यमुना नदी के ऊपर बना है और वजीराबाद से पूर्वी दिल्ली को जोड़ता है। यह भारत का पहला एसिमेट्रिकल केबल ब्रिज है। इस ब्रिज का निर्माण नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली और नॉर्थ दिल्ली के बीच ट्रैफिक जाम की समस्या को दूर करने के लिए किया गया है। लेकिन अपनी लोकेशन के कारण यह परफेक्ट टूरिस्ट स्पॉट बनने जा रहा है।